महादेव तो देवों के देव हैं जो अघोरी, महाकाल, आदि, अनादि, अनंत है जिसने भी इनकी भक्ति कि वह राग, द्वेष, ईर्ष्या, क्रोध, से दूर रह संयमित जीवन जीता है। पर्वत हो या जंगल, झरना, तालाब, बहती नदी या समुद्र इन्होंने हर जगह अपने भक्तों को दर्शन दे भक्तों का खुद पर विश्वास बना रखा है।
झारखंड के रामगढ़ जिले में ऐसा ही एक अनोखा शिव मंदिर है जहां गंगा मां खुद शिव का जलाभिषेक करती है शिव भगवान पार्वती माता के पति हैं और पार्वती और गंगा सगी बहने हैं इस तरह शिव और गंगा का रिश्ता जीजा और साली का हुआ। मां गंगा शिवजी का जलाभिषेक 24 घंटे 12 महीने करती हैं। यह प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर को टूटी झरना के नाम से बुलाते हैं इस मंदिर का इतिहास काफी प्राचीन है काफी समय पहले करीब सन 1800 के समय इस जगह की खुदाई हो रही थी तभी कुछ गोल सा दिखा तब इसकी पूरी खुदाई की गई जिसमें पूरा मंदिर निकला उस मंदिर के बगल में एक नदी है।