गांव का जीवन
0 | 30 Aug 2022
शहरी जीवन शैली हमारी जरूरत है तो गांव की जीवन शैली हमारा सुकून है। शहर का जीवन हमें मशीन बना देता है जो भावना शून्य हो जाता है क्योंकि व्यक्ति खुद को अपनों को समय नहीं दे पाता और वही गांव में खेती का काम पूरा करने के बाद गांव में एक दूसरों की जरूरतों को पूरा करना तथा साथ बैठना गांव में ना चाहते हुए भी आप देर तक नहीं सो सकतेए क्योंकि भोर के 4रू00 बजते ही चिड़िया चहचहाने लगती है गाय रंभाने लगती है औरतें सुबह उठ अपने घर को साफ करए गाय को सानी, चारा देना, उनका गोबर उठाकर गौशाला साफ करनाए घर के पुरुष खेतों की तरफ मैदान, शौच को जाते हैं। बहुत सारे घरों में शौचालय है लेकिन लोग फिर भी एक लोटा पानी लेकर खेतों की ओर जाते हैंए जिससे सुबह की सैर हो जाता है और खुली शुद्ध हवा मिलती है साथ ही साथ अपने खेतों पर भी एक पहर की निगरानी रख लेते है
Related Story