ओल को कुछ जिमीकंद या सूरन के नाम से भी पुकारा जाता है। बिहार में ओल के नाम से पुकारा जाता है।ओल में ओमेगा-3 सबसे ज्यादा होता है। और गांव में कहावत है कि और महिला और पुरुष दोनों की बढ़ती उम्र में इसका सेवन करने से प्रजनन क्षमता में वृद्धि होती है। बिहार की लोक मान्यता है कि दिवाली के दिन ओल का अचार चोखा या सब्जी खाने से शरीर के विषैले तत्व खत्म होते हैं। यह विशेष तौर पर लक्ष्मी पूजन दिवाली के दिन बनता है।
ओल का चोखा बनाने की सामग्री:-
ओल- 250 ग्राम
रस वाली नींबू- दो या तीन
राई (काली सरसों)-दो बड़ी चम्मच लहसुन-1 गांठ
नमक- स्वादानुसार
हरी मिर्च- तीन से चार
सरसों का तेल
बनाने की विधि
ओल को अच्छे से धो कर छोटे-छोटे टुकड़े में काट कर कुकर या पतीली में उबलने के लिए रख दे। कुकर में दो सिटी लगाएं और यदि पानी में उबाल रहे हैं तो आधे घंटे तक पकने दें। अब आपका ओल पक चुका है, जब तक वह ठंडा होता है आप राई, लहसुन और हरी मिर्च तीनों को पीस लें। देखिए ओल ठंडा हो चुका है,इसका छिलका चाकू की मदद से हटाकर उनमें पिसा हुई राई, लहसुन, हरी मिर्च डालें। सरसों का तेल डालें, नमक डालें और नींबू निचोड़ ने अब सबको हाथ से मसलकर मिलाएं एक बार नींबू का खट्टापन के लिए देखने के लिए रखें और खट्टा कम हो तो और नींबू मिला है वरना उसे गला काटता है।