सोनचिरैया

संसार हमारा है।

0 | 17 Nov 2022
संसार हमारा है।

मुझे इस बात का अहसास तब हुआ जब मैं दुनिया अकेली घूमने निकली बिना माता पिता के सहारे के। जहाॅ महिलाओं के पहले अकेले घूमने की बात बहुत अजीब होती थी, वही अब महिलायें अकेले देश दुनिया घूम रहीं हैं एक अच्छी वजह के लिए।

हर किाी के आँखों मे अलग-अलग सपने होते है और किसी चीज की तलाश और वो तलाश किसी की भी हो सकती है। शायद सुकून या किसी सपने को पूरा करने का रास्ता या एक अकेलेपन का एहसास जहाॅ हमे रोकने और टोकने वाला कोई ना हो, माॅ-पापा, भाई-बहन सबकी दुनिया से अलग। हम अपनी मर्जी के मालिक जब चाहे तब बैग पैक करके अपने सुकून को साथ लिये अपनी नियती की तरफ कदम बढ़ाते हुए। आज से दशक पहले दुनिया इतनी कनेक्टेड नही थी हमारा मोबाइल अचानक से हमारा दिशा सूचक यन्त्र और टवेल एजेंट बन गया, साथ ही हम अपने रोमांचक दृश्यों को अपने मोबाइल में कैद कर सकते है उनके लिए जो घर पर हमारा इंतजार कर रहें है।

मैने 2016 में दक्षिणी और मध्य अमेरिका घुमने के लिए अपने नौकरी से विराम लेना तय किया। उस समय मै 31 वर्ष की थी और लंदन में अपनी कम्पनी में उच्च पद पर थी लेकिन अचानक मुझे सब कुछ तनावपूर्ण लगने लगा। मै अकेली थी साथ ही जो घर मैने पटृे पर लिया था उसका समय भी पूरा होने की वजह से मेरा मन और भी बैचैन था। यहाॅ तक की लंदन की वो थरथराती डिस्को की वो जिंदगी मुझे बहुत परेशान करने लगी थी मै खुले आसमान में उड़ना चाहती थी। मुझे अपनी वर्तमान जिंदगी मे कोई भी आकर्षित करने वाला नही लग रहा था। इसलिए मैने तय किया मै अपने बॅास से 6 महीने की छुट्टी मांगुंगी और मेरे बाॅस मुझे छुट्टी देने को तैयार भी हो गये।

मुझे माचू पिचू के पर्वत श्रृंखला और भारत की हजारों साल पुरानी संस्कृति हमेशा आकर्षित करते थे। मै हमेशा दुनिया के अजूबों को देखना चाहती थी, खुली हवा में सांस लेना चाहती थी, प्रकृति के बीच में लम्बे रास्ते पर चलना चाहती थी। मेरे इन्ही सपनों ने मुझे दुनिया घूमने पर मजबूर किया। जब मुझे ये एहसास हुआ तो मेरे दिल में अजीबो गरीब हलचल होने लगी। मैने बहुत लम्बी योजना बनायी, मैने पेरू की टिकट ली पेरू से बोलीविया फिर मैने पनामा शहर का टिकट कराया साथ ही मैने मैक्सिको और क्यूबा की धरती की खूबसूरती देखी। मैने घर छोड़ने से पहले माॅ पापा से वादा किया कि मै किसी भी मुसीबत में नही पडू़ॅगी और रात को सड़को पर नही घुमुंगी। पेरू के हवाई जहाज में बैठते ही डर और रोमांच की अनुभुती हो रही थी।

घर छोड़ने से पहले जीवन के प्रति अलग नज़रिया था और उसके बाद एकदम अलग। बाहर हमारे लिये ये महत्वपूर्ण है कि हम किन लोगो से मिलते है जिनसे हम जीवन का असली मतलब समझ पाते है। है इस बात से कभी सहमत नही थी लेकिन मुझे इस बात का अहसास जब हुआ जब मै 18 लोगो के ग्रुप के साथ माचू पिचू के पर्वत श्रृंखला को और भी खूबसूरत बनाती है मै इस अनुभूति को हमेशा याद रख्ूांगी। हम किसी भी छण का मजा अकेले नही ले सकते है हमारे दोस्तो का साथ उस क्षण को और भी यादगार बना देते है। हम सारे गु्रप के लोग 5 दिन साथ रहे। मुझे वहाॅ मेरे जैसी बहुत सी लड़किया मिली जो अकेले यात्रा कर रही थी।

मै 6 महीने लगातार प्रेरणास्रोत लोगो के साथ रही जिनके साथ मैने अपने दर्द और अनुभव बांटा। इतने अजनबी लोगो का एक साथ होना मुझे सिर्फ कुछ पल के लिए अजीब लगा लेकिन अगले ही पल वो परिवार का हिस्सा लगने लगे, अकेले बाहर घुमना हमारे दिमाग को बहुत खुला बनाता है और हमें सहनशील और दयावान बनाता है।

यात्रा का मतलब ये नही कि आप आप दुसरों के सेपर्क में आते है बल्कि ये भी कि आप खुद को पहचान पाते है। मै लंदन वापस तो आयी लेकिन एक नयी मिरियम जो आत्मविश्वास से भरी थी, खुद को समझने लगी थी मेरे अंदर एक शंाति और विश्वास का एक अलग एहसास,अपने योग्यता पर ज्यादा भरोसा था मै बिल्कुल बदल गयी थी।

मै अपनी पुरानी नौकरी पर वापस चली गयी पर मुझे वहाॅ कुछ भी अच्छा नही लग रहा था इसलिए मैने काफी सोच विचार कर भारत आयी यहाॅ मैने योग की शिक्षा ली। वहाॅ से मै अपने माता-पिता के पास स्वीडन वापस आ गयी। मै स्वीडन मे योग शिक्षक हूॅ। मैने बाहर यात्रा करके महसूस किया कि हम अपने बारे मे जितना सोचते है उससे ज्यादा क्षमता रखते है।

अपने सपनों का पीछा करते मै माचू पिचू को देखा, इस यात्रा ने मुझे खुद से मिलाया, मैने अपनी खोज की, अपने आप पर भरोसा हुआ, अजनबी लोगो के साथ जिस ईमानदारी से निभाया यही है अपनी आत्मा की खेाज। मै अभी भी अपनी सारी दोस्तो के संपर्क में हूॅ जब भी मेरा मन परेशान होता है मै अपने दोस्तो के साथ माचू पिचू की यादों में डूब जाती हूॅ। ये दुनिया हमारी है, हम अपने सपनों को पूरा कर सकते है लेकिन हमें अपनी आत्मा की आवाज सुननी होगी और सिर्फ एक जगह का टिकट लेना होगा।

नमस्ते
मिरियम सूंधोलम, स्वीडन

Related Story
संसार हमारा है।
संसार हमारा है।
वर्कला
वर्कला
कुशीनगर
कुशीनगर
Add
Add
Add